भारत की प्रसिद्ध पर्यटक रेलगाड़ियाँ: शाही सफर जो जीवन भर याद रहेंगे
भारतीय रेलवे देश में यात्री और माल परिवहन का सबसे महत्वपूर्ण साधन है। हर दिन करोड़ों लोग ट्रेनों से सफर करते हैं, लेकिन क्या आपने कभी उन खास ट्रेनों के बारे में सुना है जो सिर्फ पर्यटकों के लिए चलाई जाती हैं? भारत सरकार ने राज्यों के सहयोग से कुछ बेहद खास और शाही पर्यटक ट्रेनों का संचालन किया है, जो न केवल लग्ज़री का अनुभव कराती हैं बल्कि भारत की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक धरोहर से भी परिचय कराती हैं। इस ब्लॉग में हम आपको भारत की उन विशेष पर्यटक रेलगाड़ियों के बारे में बताएंगे, जिन्हें एक बार जरूर देखना और जानना चाहिए।
1. पैलेस ऑन व्हील्स (Palace on Wheels)
SEE INDIA LIKE NEVER BEFORE – यह सिर्फ एक टैगलाइन नहीं, एक अनुभव है।
जनवरी 1982 में आरंभ हुई यह ट्रेन, राजस्थान टूरिज्म, भारतीय रेलवे और भारत सरकार के सहयोग से शुरू की गई थी। इसकी शुरुआत उन्हीं बोगियों से हुई थी जिनका उपयोग आजादी से पहले राजस्थान के शाही परिवार किया करते थे।
आज, इस ट्रेन में 14 पूरी तरह एसी बोगियां हैं, जिनमें डीलक्स सैलून, डबल बेडेड केबिन, इंटरकॉम, चैनल म्यूजिक, अटैच टॉयलेट, गर्म और ठंडा पानी, शावर और दो शानदार रेस्तरां – ‘महाराजा’ और ‘महारानी’ की सुविधाएं उपलब्ध हैं। इस ट्रेन का नाम ही नहीं, इसका हर कोना रॉयल्टी बयां करता है।
इसकी आठ दिन-सात रात की यात्रा में जयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, रणथंभौर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, भरतपुर और ताजमहल तक के दर्शनीय स्थलों की यात्रा कराई जाती है।
2. रॉयल ओरियंट (Royal Orient)
गुजरात और राजस्थान जैसे दो सांस्कृतिक धरोहरों से भरपूर राज्यों को जोड़ने वाली यह ट्रेन, पर्यटकों को रेगिस्तान, समुद्रतट, मंदिर और जंगलों की अनूठी यात्रा कराती है। इसमें 13 वातानुकूलित बोगियां हैं, जिसमें रेस्तरां, बार, आरामदायक केबिन और पुस्तकालय भी शामिल हैं। सात दिन-रात की यात्रा इस ट्रेन को एक असाधारण अनुभव बनाती है।
3. हेरिटेज ऑन व्हील्स (Heritage on Wheels)
राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु ‘हेरिटेज ऑन व्हील्स’ की शुरुआत की गई। फरवरी 2006 में शुरू हुई यह ट्रेन ‘पैलेस ऑन व्हील्स’ से 40-50% सस्ती है, लेकिन सुविधाओं में कोई कमी नहीं है। हर मंगलवार और शुक्रवार को जयपुर से बीकानेर, चापर और नवलगढ़ होते हुए वापस जयपुर लौटती है।
4. रॉयल राजस्थान ऑन व्हील्स (Royal Rajasthan on Wheels)
11 जनवरी 2009 से शुरू हुई यह ट्रेन सफदरजंग स्टेशन (नई दिल्ली) से चलती है और जोधपुर, उदयपुर, जयपुर, खजुराहो, वाराणसी और आगरा के रास्ते सफदरजंग लौटती है। यह एक हफ्ते की यात्रा है, जिसमें हर पड़ाव पर स्थानीय स्थलों का भ्रमण कराया जाता है। इसकी खासियत यह है कि रेलवे को इसके प्रत्येक फेरे पर निश्चित राशि दी जाती है।
5. फेयरी क्वीन (Fairy Queen)
दुनिया का सबसे पुराना चालू हालत वाला भाप इंजन! ‘फेयरी क्वीन’ का निर्माण 1855 में हुआ था और अब यह दिल्ली कैंट से अलवर तक चलती है। इसमें चेयरकार और पेंट्रीकार सहित 60 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था है। अगर आप इतिहास के प्रेमी हैं, तो यह ट्रेन आपको रोमांच से भर देगी।
6. महापरिनिर्वाण एक्सप्रेस (Mahaparinirvan Express)
IRCTC द्वारा 2007 में शुरू की गई यह ट्रेन बुद्धिस्ट सर्किट पर केंद्रित है। यह उन यात्रियों के लिए है जो भगवान बुद्ध के जीवन से जुड़े स्थलों की यात्रा करना चाहते हैं। यह ट्रेन आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देती है और भारत के धार्मिक वैभव को दर्शाती है।
7. स्वर्णिम रथ (Golden Chariot)
कर्नाटक की पहली लग्ज़री ट्रेन ‘स्वर्णिम रथ’ मार्च 2008 में शुरू हुई थी। यह एक सप्ताह की यात्रा के दौरान बेंगलुरु से गोवा तक ले जाती है और कर्नाटक के ऐतिहासिक स्थलों को दिखाती है। इसके हर कोच का नाम कर्नाटक के राजवंशों पर आधारित है और इसमें सभी आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं।
8. डेक्कन ओडिसी (Deccan Odyssey)
महाराष्ट्र में चलने वाली यह ट्रेन ‘पैलेस ऑन व्हील्स’ की तर्ज पर बनाई गई है। यह मुंबई से शुरू होकर अजन्ता-एलोरा, नासिक, गोवा और पुणे जैसे दर्शनीय स्थलों की यात्रा कराती है। इस ट्रेन में टीवी, म्यूजिक सिस्टम, विदेशी मुद्रा विनिमय, बार, रेस्त्रां, जिम और योग कक्ष तक की सुविधाएं मौजूद हैं।
9. बौद्ध लक्ज़री ट्रेन (The Bauddha Luxury Train)
यह प्रस्तावित ट्रेन उत्तर प्रदेश सरकार और रेलवे के सहयोग से ‘पैलेस ऑन व्हील्स’ की तर्ज पर तैयार की जाएगी। इसमें डाक सेवा, नकदी जमा, विदेशी मुद्रा ट्रांसफर जैसी बैंकिंग सुविधाएं तक होंगी। यह ट्रेन लखनऊ से शुरू होकर आगरा, पटना, गया, वाराणसी होते हुए गोरखपुर जाएगी।
10. भाप इंजन परेड (Steam Engine Parade)
2 फरवरी 2007 को दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन पर पुराने भाप इंजनों की परेड हुई थी। इसमें शामिल इंजन थे – फेयरी क्वीन (1855), पवनदूत (1930), राजहंस (1943), शहंशाह (1947), और शेर-ए-पंजाब (1955)। यह आयोजन भारत की रेलवे विरासत को सम्मान देने का प्रतीक है।
निष्कर्ष
अगर आप यात्रा प्रेमी हैं और भारत को एक अलग नज़रिए से देखना चाहते हैं, तो इन पर्यटक रेलगाड़ियों की सैर आपके लिए अनमोल अनुभव हो सकता है। यह न केवल ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों से आपका परिचय कराती हैं, बल्कि आपको एक शाही जीवनशैली का अनुभव भी कराती हैं।
👉 अब आपकी बारी है! क्या आप इनमें से किसी ट्रेन में सफर कर चुके हैं? या करना चाहते हैं? नीचे कमेंट करें और अपने अनुभव साझा करें!
❓ Frequently Asked Questions (FAQs)
Q1: भारत की सबसे प्रसिद्ध पर्यटक रेलगाड़ी कौन सी है?
A: पैलेस ऑन व्हील्स भारत की सबसे प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित पर्यटक रेलगाड़ी मानी जाती है। यह राजस्थान की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को शाही अंदाज़ में दिखाती है।
Q2: क्या इन पर्यटक ट्रेनों में सामान्य यात्री यात्रा कर सकते हैं?
A: ये रेलगाड़ियाँ विशेष रूप से पर्यटकों के लिए डिज़ाइन की गई हैं और इनमें सामान्य ट्रेन से ज्यादा सुविधाएं होती हैं। इनमें यात्रा के लिए एडवांस बुकिंग और एक निश्चित किराया देना होता है।
Q3: पैलेस ऑन व्हील्स का किराया कितना होता है?
A: पैलेस ऑन व्हील्स का किराया प्रति व्यक्ति ₹50,000 से ₹5,00,000 तक हो सकता है, जो सीज़न, केबिन टाइप और यात्रा की अवधि पर निर्भर करता है।
Q4: क्या इन ट्रेनों में विदेशी पर्यटक भी यात्रा कर सकते हैं?
A: हां, इन लक्ज़री ट्रेनों का डिज़ाइन खासतौर पर विदेशी पर्यटकों को ध्यान में रखकर किया गया है। देशी और विदेशी दोनों यात्री इनका लाभ उठा सकते हैं।
Q5: भारत में कौन-कौन सी लक्जरी ट्रेनों का संचालन होता है?
A: भारत में प्रमुख लक्जरी ट्रेनों में शामिल हैं:
पैलेस ऑन व्हील्स
रॉयल राजस्थान ऑन व्हील्स
गोल्डन चारियट
डेक्कन ओडिसी
महापरिनिर्वाण एक्सप्रेस
फेयरी क्वीन
Q6: इन ट्रेनों की बुकिंग कैसे की जाती है?
A: इन ट्रेनों की बुकिंग आप IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट, राज्य पर्यटन निगम की वेबसाइट या अधिकृत ट्रैवल एजेंट्स के माध्यम से कर सकते हैं।
Q7: क्या पर्यटक ट्रेनें सिर्फ एक राज्य तक सीमित होती हैं?
A: नहीं, कुछ ट्रेनें जैसे महापरिनिर्वाण एक्सप्रेस और गोल्डन चारियट कई राज्यों को कवर करती हैं और एक थीम आधारित टूर प्रदान करती हैं।
Q8: क्या इन ट्रेनों में भोजन और ठहरने की व्यवस्था होती है?
A: हां, इन सभी पर्यटक ट्रेनों में उच्च-स्तरीय रेस्त्रां, बार, वातानुकूलित केबिन, अटैच्ड बाथरूम, और मनोरंजन की सुविधाएं होती हैं।